झांसी अग्निकांड के बाद हरकत में सरकार, लखनऊ के 80 अस्पतालों को थमाया नोटिस

झांसी अग्निकांड के बाद हरकत में सरकार, लखनऊ के 80 अस्पतालों को थमाया नोटिस

Notice to 80 hospitals of Lucknow

Notice to 80 hospitals of Lucknow

Notice to 80 hospitals of Lucknow: उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे के बाद राज्य की राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग का द्वारा एक्शन देखने को मिल रहा है. पूरे एक्शन की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं. क्योंकि फायर डिपार्टमेंट ने लखनऊ के 80 अस्पतालों को अग्नि सुरक्षा की व्यवस्था मानक अनुसार नहीं मिलने पर नोटिस दिया है.

झांसी हादसे के बाद विभाग अलर्ट

ज्ञात हो कि झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात को एक दर्दनाक घटना घटी. जब नवजात गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई. जिसमें 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई. जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि हादसे के समय वार्ड में 16 बच्चों का इलाज जीवन रक्षक उपकरणों पर निर्भर था. आग के कारण ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम में गड़बड़ी हो गई. थोड़ी ही देर में देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया. इस दौरान एग्जिट गेट का ताला बंद था. जिससे बच्चों को बचाने में देर हो गई.

लखनऊ में 80 अस्पतालों को नोटिस

आग लगने की इस घटना के बाद प्रशासन ने अस्पतालों में सुरक्षा मानकों को लेकर सख्त कदम उठाए हैं. लखनऊ में फायर डिपार्टमेंट ने 80 अस्पतालों को नोटिस जारी किए हैं. क्योंकि इन अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के मानकों का पालन ठीक से नहीं किया गया है. राजधानी के 906 अस्पतालों में से सिर्फ 301 को ही फायर डिपार्टमेंट से अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र मिला है. जबकि बाकी अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की जांच चल रही है.

नोएडा में भी मिली कमियां

इसके साथ ही नोएडा के चाइल्ड पीजीआई अस्पताल में भी अग्नि सुरक्षा को लेकर कई खामियां पाई गई हैं. चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप कुमार ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन को इन खामियों को सुधारने के लिए निर्देश दिए गए हैं. इस घटना ने राज्यभर में अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

जांच के लिए समिति गठित

झांसी मेडिकल कॉलेज में हुई इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की गंभीरता को देखते हुए एक चार सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है. यह समिति सात दिनों में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, पार्थ सारथी सेन और चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने घटनास्थल का दौरा किया और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.